एटीएम कार्ड बदलकर ऑन लाइन फ्रॉड व साबइर अपराध

एटीएम कार्ड बदलकर ऑन लाइन फ्रॉड व साबइर अपराधों को अंजाम देने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के 04 सदस्यों को किया गिरफ्तार

थाना बलदेव जनपद मथुरा

अवगत कराना है कि थाना बल्देव पुलिस व साइबर क्राइम सेल की संयुक्त टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए एटीएम कार्ड बदलकर ऑन लाइन फ्रॉड व साबइर अपराधों को अंजाम देने वाले गिरोह के 04 सदस्यों को विभिन्न साइबर डाटा के विश्लेषण से प्रकाश में अभियुक्तगण 1. विक्रम शर्मा पुत्र नीरज शर्मा 2. आशीष कुमार पुत्र कनिक मण्डल 3. मौ0 सलमान पुत्र मौ0 रज्जाक 4. अतुल कुमार महतो पुत्र अर्जुन महतो को बडी संख्या में फर्जी ATM कार्डों/आधार कार्डों व साइबर फ्रॉड करने के उपकरण लैपटॉप, माइक्रों ATM कार्ड मशीनें, कार्ड स्वाइप मशीनें, POS मशीन व अवैध शस्त्र/कारतूस आदि सहित अवैरनी चौराहे से दिनांक 12.10.2022 को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही करते हुए जेल भेजा जा रहा है ।

घटना का संक्षिप्त विवरण :-दिनांक 03.04.2022 को अभियुक्तगणों ने अपने साथियो के साथ मिलकर कस्बा बलदेव के कैनरा बैंक के एटीएम से एक महिला श्रीमती मोनिका पत्नी राजकुमार निवासी झरौठा थाना बल्देव जिला मथुरा का एटीएम बदलकर 01 लाख 30 हजार रुपये तथा दिनांक 02.10.2022 को इसी कैनरा बैंक के एटीएम से एक व्यक्ति अजीत पुत्र शंभू सिंह निवासी ग्राम अरतौनी का एटीएम कार्ड बदलकर 01 लाख 69 हजार रुपये तथा दिनांक 24.07.2022 को HDFC बैंक के एटीएम में महोली से कार्ड बदलकर 03 लाख रुपये स्वाइप/ट्रान्जैक्शन/ऑनलाइन शॉपिंग कर निकाले । उपरोक्त घटना के सम्बन्ध में थाना बल्देव पर मु0अ0सं0 433/2022 धारा 420/467/468/471/379 भादवि बनाम अज्ञात व मु0अ0सं0 437/2022 धारा 420/467/468/471/379 भादवि व 66/66डी आई.टी. एक्ट बनाम अज्ञात व थाना हाईवे पर मु0अ0सं0 783/2022 धारा 379/420 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया तथा अभियुक्तगणों ने दिनांक 28.08.2022 को लक्ष्मीनगर में ICICI बैंक के एटीएम से कार्ड बदलकर 01 लाख 39 हजार रुपये निकालने की घटना को स्वीकार किया है। उक्त घटना के सम्बन्ध में थाना जमुनापार पर अभियोग पंजीकृत है ।

अपराध करने का तरीका :-गिरफ्तारशुदा अभियुक्तगणों का एक संगठित गिरोह है जो अपने अन्य साथियों के साथ चिन्हित एटीएम मशीन के आस- पास खडे रहते है जैसे ही कोई व्यक्ति एटीएम मशीर पर रुपये निकालने आता है तथा यह लोग यह अनुमान लगाकर कि इसे आसानी से शिकार बनाया जा सकता है, जैसे ही टार्गेटिड व्यक्ति एटीएम मशीन के अन्दर प्रवेश करता है ठीक उसके पीछे इनका एक साथी प्रवेश कर जाता है तथा रुपये निकालने वाला व्यक्ति अपना एटीएम कार्ड मशीन में स्वैप करता है तो पीछे खडा व्यक्ति उसके पिन कोड को छिपकर पढ लेता है । इसी दौरान दूसरा साथी भी एटीएम मशीन में प्रवेश कर जाता है दूसरा साथी उसे झांसा देकर बातों में लगाने का प्रयास करता है । इतने में ही वह पहला साथी एटीएम मशीन के की-पैड पर कैन्सिल अथवा बैक बटन दबा देता है जिससे उसका ट्रान्जेक्शन कैंसिल हो जाता है और दोनों साथी इस तरह उसको प्रभाव में ले लेते है और कहते है कि यह कार्ड अथवा मशीन खराब है और उसका कार्ड लेकर स्वयं शर्ट से रगडकर साफ करने लगते है इतने में दूसरा साथी उसको अपनी तरफ आकर्षित कर बात करने लगता है और बडी सफाई से एटीएम कार्ड बदल देता है । यह पूरी कार्यवाही मात्र कुछ सैकण्डों की होती है । जिस बैंक का उसका कार्ड होता है उसी बैंक के कार्ड से बदल देता है तथा बदले हुए कार्ड को मशीन में डालकर उस व्यक्ति से कोड डालने की बोलकर दोनों वापस आ जाते है तथा पलक झपकते ही अपने अन्य साथियों के साथ चार पहिया अथवा मोटर साइकिल से भाग जाते है तथा साथ में लिए POS मशीन में कार्ड स्वैप कर ट्रान्जेक्शन कर लेते है तथा ट्रान्जेक्शन किया हुआ रुपया स्वैप मशीन से लिंक एकाउण्ट में जाता है। उस लिंक एकाउण्ट से अपने साथियों के खातों मे पैसा ट्रान्सफर कर एटीएम मशीनों पर जाकर कैश निकाल लेते है । यह प्रकिया कुछ ही मिनटों में पूरी कर ली जाती है क्योंकि POS मशीन इन लोगों के पास होती है । कुछ पैसे भ्रमित करने के लिए एटीएम मशीन से भी कार्ड से निकालते है । कभी-कभी शॉपिंग भी कर लेते है। उपरोक्त पैसे एटीएम कार्ड एवं POS मशीन की ट्रान्जेक्सन लिमिट के अनुरुप निकालते है अभियुक्त आशीष फरीदाबाद में जनसेवा केन्द्र भी चलाता है। वहां लोगों के आधार कार्ड एकत्रित कर उन आधार कार्डों का प्रयोग फर्जी सिम लेने फर्जी एकाउण्ट खाता खोलने तथा फर्जी आधार कार्डों से स्वैप मशीन एलॉट कराकर उक्त धोखाधडी का कार्य करते है तथा पैसों तुरंत निकाल लेते है । अभियुक्त विक्रम फर्जी आधार कार्ड, पैनकार्ड, श्रम कार्ड के माध्यम से पेटीएम व भारतपे मर्चेन्ट के फर्जी POS मशीन आंवटित करता था। अभि0 विक्रम पूर्व में पेटीएम बैंक में POS लगाने की जॉब करता था जिससे उसे फर्जी मर्चेन्ट बनाने के तरीके मालूम थे। दोनों अभि0 मिलकर फर्जी दस्तावेज के आधार पर किसी भी दुकान/मकान पर किसी फर्म का साइनबोर्ड लगाकर पेटीएम व भारतपे पर फर्जी POS मर्चेन्ट बना लेते थे।

फ्रॉड से प्राप्त किये गये पैसों का बंटबारा एवं निवेश :- अभियुक्त आशीष ने पूछताछ पर बताया कि उसके सात बैंक एकाउण्ट है ।धोखाधडी से प्राप्त पैसों को उन खातों में ट्रान्सफर करता था तथा उसके बाद कैश निकालकर अपने गैंग के सदस्यों को उनकी योग्यता एवं कार्य के अनुसार पैसों पर्सेन्टेज देता था। जिसमें किसी सदस्य को 20 प्रतिशत किसी को 15 प्रतिशत तो किसी को 10 प्रतिशत दिया जाता था । आशीष ने यह भी बताया कि उसने धोखाधडी से प्राप्त धन से अपना सात – आठ लाख रुपये का ऋण चुकता किया है तथा 70 ग्राम सोना खरीदा है। कुछ पैसा अपने ऐशो आराम पर खर्च किया है । इसी प्रकार विक्की उर्फ विक्रम शर्मा ने बताया कि वह पेटीएम में जॉब भी करता है वहाँ से उपरोक्त धोखाधडी के लिए अपने मामा , मित्र तथा आशीष के मित्रों के नाम भारत पे व पेटीएम मशीनें एलाट कराई थी क्योकि एक आई.डी से एक कम्पनी एक ही POS मशीन जारी हो सकती है । जिन लोगों के नाम से POS मशीनों जारी करायी जाती थी उन्हें भी कुछ प्रतिशत धन दिया जाता है तथा यह भी बताया कि जो पैसा हमने अब तक कमाया वो ऐशो आराम तथा कोरोना काल में लिए गये कर्ज को चुकता करने में किया है। सलमान उपरोक्त में अब तक कमाये धन को अपने कपडे की शॉप के व्यापार को बढाने के लिए लगाया है ।

गिरफ्तार अभियुक्तगण
1. विक्रम शर्मा पुत्र नीरज शर्मा निवासी सेक्टर 22 थाना मुजेसर जिला फरीदाबाद मूल पता मौहल्ला
घण्टाघर निकट भैरव वाली देवी हाथरस ।
2. आशीष कुमार पुत्र कनिक मण्डल निवासी MCF 217 संजय कालोनी बल्लभगढ थाना सेक्टर 55
जिला फरीदाबाद, हरियाणा मूल पता गोविन्दपुर थाना महेशपुर जिला खगरिया बिहार।
3. मौ0 सलमान पुत्र मौ0 रज्जाक निवासी नया मील मुरसान गेट हाथरस थाना कोतवाली हाथरस जिला
हाथरस।
4. अतुल कुमार महतो पुत्र अर्जुन महतो निवासी MCF 170 संजय कालोनी बल्लभगढ थाना सेक्टर 22
जिला फरीदाबाद हरियाणा मूल पता बहेडा थाना बहेडा जिला दरभंगा आशापुर बिहार।

बरामदगी –
• एक लैपटॉप
• 9 माइक्रो ATM कार्ड मशीनें
• 4 स्वाइप मशीनें
• 3 POS मशीने
• 4 मोबाइल फोन
• 01 तमन्चा .315 बोर व 02 जिन्दा कारतूस .315 बोर
• 1 पैन कार्ड
• काफी संख्या में फर्जी एटीएम कार्ड व आधार कार्ड
• एक मोटर साइकिल अपाचे
• 31 हजार रुपये नगद

आपराधिक इतिहास
1. मु0अ0सं0 437/2022 धारा 420/467/468/471/379 भादवि व 66/66डी आईटी एक्ट थाना बलदेव मथुरा
2. मु0अ0सं0 433/2022 धारा 420/467/468/471/379 भादवि 66/66डी आईटी एक्ट थाना राया मथुरा
3. मु0अ0सं0 783/2022 धारा 379/420 भादवि बनाम अज्ञात थाना हाइवे जनपद मथुरा ।
4. मु0अ0सं0 440/2022 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट थाना बल्देव मथुरा ।

अवैध शस्त्रों की बरामदगी-मथुरा पुलिस

अवैध शस्त्रों की बरामदगी-मथुरा पुलिस

पुलिस द्वारा 01 रायफल, 01 बन्दूक व 04 जिन्दा कारतूस तथा 01 मोटर साइकिल के साथ 02 अभियुक्तगण को किया गिरफ्तार –

थाना छाता जनपद मथुरा

अवगत कराना है कि अवैध शस्त्रों की बरामदगी के अभियान के क्रम में थाना छाता पुलिस द्वारा दिनांक 12.10.2022 को दौराने चैकिंग संदिग्ध वाहन-व्यक्ति के कस्बा छाता से दौताना रोड़ एनएच-19 से 02 नफर अभियुक्तगण 1.राजुल शर्मा पुत्र दुर्गा सेवक शर्मा 2.जयपाल सिंह पुत्र रोहन सिंह को एक मोटर साइकिल व अभियुक्त राजुल शर्मा के कब्जे से एक अदद् अवैध रायफल .315 बोर व 02 जिन्दा कारतूस .315 बोर तथा अभियुक्त जयपाल के कब्जे से एक अदद् अवैध बन्दुक .12 बोर व 02 जिन्दा कारतूस .12 बोर के साथ गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त राजुल शर्मा व जयपाल से अवैध शस्त्रों की बरामदगी के सम्बन्ध में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विधि अपेक्षित कार्यवाही की गयी।

गिरफ्तार अभियुक्तगण-
1.राजुल शर्मा पुत्र दुर्गा सेवक शर्मा नि0 म0नं0-39 , सन्तर रोड, इमली वाली गली, थाना निहालगंज
जिला धौलपुर राज्य राजस्थान।
2.जयपाल सिंह पुत्र रोहन सिंह नि0 नंगला बहरावली कास तहसील करावली थाना अछनैरा जनपद
आगरा।

बरामदगी-
1.एक मो0सा0 नं0 RJ 14 ZB 9120 (207 एमवी एक्ट में सीज)।
2.अभियुक्त राजुल शर्मा के कब्जे से एक अदद् अवैध रायफल .315 बोर व 02 जिन्दा कारतूस .315 बोर।
3.अभियुक्त जयपाल के कब्जे से एक अदद् अवैध बन्दुक .12 बोर व 02 जिन्दा कारतूस .12 बोर।

पंजीकृत अभियोग-
1.मु0अ0सं0 474/2022 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट बनाम राजुल शर्मा।
2.मु0अ0सं0 475/2022 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट बनाम जयपाल सिंह।